नियोजित शिक्षकों के सर्टिफिकेट सत्यापन की रिपोर्ट पर न दस्तख़त और न मोहर, निगरानी विभाग की दर्जनों नियोजित शिक्षकों की फर्जी रिपोर्ट भेजी शिक्षा विभाग को , फर्जी रिपोर्ट ने शिक्षा विभाग की उड़ाई नींद

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नियोजित शिक्षकों के सर्टिफिकेट सत्यापन की रिपोर्ट पर न दस्तख़त और न मोहर, निगरानी विभाग की दर्जनों नियोजित शिक्षकों की फर्जी रिपोर्ट भेजी शिक्षा विभाग को , फर्जी रिपोर्ट ने शिक्षा विभाग की उड़ाई नींद

सर्टिफिकेट सत्यापन की रिपोर्ट में सक्रिय रैकेट की पोल खोल कर रख दी है शिक्षकों के सर्टिफिकेट सत्यापन की रिपोर्ट पर ना तो कोई दस्तखत है और ना ही किसी अधिकारी का इस पर मोहर है ऐसे दर्जनों शिक्षकों की रिपोर्ट को एक लिफाफा में भरकर शिक्षा विभाग को भेज दिया गया है इस रिपोर्ट से शिक्षा विभाग के आला अधिकारियों की नींद उड़ गई है

सर्टिफिकेटों के सत्यापन की रिपोर्ट पर ना कोई मोर है और ना ही किसी अधिकारी का उसे पर हस्ताक्षर है इस रिपोर्ट पर भेजने वाले का पता निगरानी विभाग लिखा हुआ है रिपोर्ट के भीतर नियोजित शिक्षकों के सर्टिफिकेट पर लिखा है कि शिक्षकों के सभी सर्टिफिकेट की जांच कर ली गई है और सभी सही पाए गए हैं सर्टिफिकेट के सत्यापन की रिपोर्ट ने शिक्षा विभाग से निगरानी तक सक्रिय रैकेट की पोल खोल कर रख दी है

जिले के एक प्रखंड की कथित तौर पर निगरानी की ओर से जांच पूरी होने की फर्जी रिपोर्ट भेजी गई है जिला शिक्षा पदाधिकारी ने जब इस पर ना किसी का मोर देखा और ना ही किसी का हस्ताक्षर तो निगरानी को लिखा कि हस्ताक्षर और मोर के साथ इस भिजवाया जाए शिक्षा विभाग के इस पत्र पर निगरानी ने हाथ खड़े कर दिए और कहा कि किसी और अधिकारी ने जांच की होगी हमने यह जांच नहीं की है ऐसे में हम हस्ताक्षर नहीं करेंगे इसके बाद जिले के अधिकारियों ने रिपोर्ट रखने से इनकार कर दिया और निगरानी टीम ने भी इसे लेने से मना कर दिया कि हमने नहीं भेजा है

जिले की ओर से या फर्जी रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेजी गई है मामला पारू प्रखंड का है इस प्रखंड के शिक्षकों के सर्टिफिकेट की गठित जांच कर निगरानी के नाम पर फर्जी सत्यापन रिपोर्ट भेज दी गई है

पारु के बाद अब अन्य प्रखंडों में चांगली जा रही है फाइल

पारू प्रखंड के फर्जी सत्यापन रिपोर्ट के बाद अब अनपढ़ करो से भी जवाब मांगा गया है सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से इस पर एक सप्ताह में रिपोर्ट मांगी गई है कि प्रखंड स्तर पर भी ऐसे फर्जी जांच रिपोर्ट तो नहीं पहुंची है जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना पर फूल कुमार मिश्रा ने कहा कि सत्यापन रिपोर्ट पर मोहर हस्ताक्षर नहीं होने पर निगरानी को भेजा गया लेकिन निगरानी ने उसे रखने से इनकार करते हुए लौटा दिया जहां से शिक्षा विभाग को भेज दिया गया है

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