NEET पेपर लीक मामले में CBI का बड़ा एक्शन, हजारीबाग के ओएसिस स्कूल का प्रिंसिपल को दबोचा

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 संदीप सिन्हा

 

NEET पेपर लीक मामले में CBI का बड़ा एक्शन, हजारीबाग के ओएसिस स्कूल का प्रिंसिपल को दबोचा

नीट-यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई का एक्शन जारी है. बुधवार को हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक को लंबी पूछताछ के बाद सीबीआई ने हिरासत में ले लिया है. एहसानुल के ऑफिस से कुछ दस्तावेज भी सीबीआई सीज कर अपने साथ लेकर गई है.

नीट एग्जाम पेपर लीक मामले में सीबीआई का एक्शन जारी है. हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक को सीबीआई ने हिरासत में ले लिया है. एहसानुल हक को लेकर सीबीआई की टीम रांची रवाना हो गई है. उन्हें सीबीआई टीम रांची से पटना लेकर जा सकती है. बता दें कि एहसानुल हक सीबीआई के सवालों की संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए, जिसके बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया है. आज सुबह सीबीआई ने एहसानुल हक से पहले उनके घर और फिर उनके स्कूल में कई घंटे तक पूछताछ की थी. एहसानुल के ऑफिस से कुछ दस्तावेज भी सीबीआई सीज कर अपने साथ लेकर गई है.

सूत्रों के अनुसार, 24 जून सोमवार को आधिकारिक तौर पर जांच एजेंसी को सौंपे जाने के बाद सीबीआई की टीम ने प्रिंसिपल के आवास पर छापेमारी की थी. झारखंड पहुंची आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) की टीम पहले एसबीआई बैंक गई थी, जिसके बाद उन्होंने ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल और नीट परीक्षा के जिला समन्वयक डॉ. एहसानुल हक से पूछताछ की थी.

प्रिंसिपल एहसानुल हक ने कहा था कि परीक्षा के दिन 5 मई को प्रश्नपत्रों वाले एक बॉक्स पर लगा डिजिटल लॉक निर्धारित समय पर नहीं खुला था. बॉक्स को कटर से खोलना पड़ा था. एक बॉक्स मैनुअल लॉक के साथ आता है, जबकि दूसरा डिजिटल लॉक के साथ आता है. मैनुअल लॉक वाले बॉक्स के लिए एक चाबी और कटर है.

 कटर से काटा गया था कि डिजिटल लॉक

डिजिटल लॉक वाला बॉक्स परीक्षा से 45 मिनट पहले अपने आप खुल जाना चाहिए. हालांकि, उस दिन यहां ऐसा नहीं हुआ. इसके बाद हक ने सुझाव के लिए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) से संपर्क किया और कथित तौर पर उन्हें बताया गया कि कटर से डिजिटल लॉक को काट दो. दूसरी ओर,हक ने दावा किया था कि उन्हें 5 मई को सुबह 1 बजे प्राप्त एक ईमेल के माध्यम से दो विशिष्ट बैंकों में रखे गए परीक्षा पत्रों वाले नौ बक्सों के बारे में पता चला. उन्होंने कहा था कि सुबह 7.30 बजे, प्रश्न पत्रों वाले एल्यूमीनियम बक्से वाले नौ कार्डबोर्ड बक्से पांच केंद्र अधीक्षकों और पांच पर्यवेक्षकों को दिए गए.

कुरियर कंपनी भी अब संदेह के घेरे में

इससे पहले हक ने लीक में अपने स्कूल को शामिल करने के दावों का खंडन करते हुए कहा था कि उनकी ओर से सभी प्रक्रियाओं का सख्ती से पालन किया गया था. उन्होंने एनईईटी परीक्षा सामग्री को सुरक्षित रखने और किसी भी संभावित उल्लंघन को रोकने के लिए उठाए गए कठोर उपायों पर जोर दिया. इन आश्वासनों के बावजूद, परीक्षा के पेपर पहुंचाने के लिए जिम्मेदार परिवहन कंपनी अब संदेह के घेरे में है और उल्लंघन के सटीक बिंदु और तरीके का पता लगाने के लिए जांच चल रही है.

 एसबीआई में लिए गए फुटेज का स्कूल पहुंचे ट्रंक से किया गया मिलान

सीबीआई की टीम हजारीबाग एसबीआइ की मुख्य शाखा से बरामद फुटेज को लेकर स्कूल पहुंची थी। नीट परीक्षा से दो दिन पहले तीन मई को ब्लू डार्ट कुरियर एजेंसी ने बैंक को प्रश्नपत्र बुकलेट से भरे नौ ट्रंक सौंपे थे। बैंक की तीन मई की सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर सीबीआई टीम ने पाया कि बैंक में ट्रंक सीलबंद हालत में पहुंचे थे।

स्ट्रांग रूम से बाहर आने के बाद भी इन्हें सीलबंद ही पाया गया। इस फुटेज से मिलान के लिए टीम ने ओएसिस स्कूल में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला।

सीबीआई टीम ने परीक्षा के दिन की पूरी प्रक्रिया और गतिविधि की जानकारी लेने के साथ ही इस बात की भी जांच की कि डिस्ट्रक्ट को-आर्डिनेटर एहसान उल हक द्वारा किस स्कूल को कितने बजे ट्रंक सौंपे गए थे। पूछताछ के दौरान टीम ने प्राचार्य का फोन जब्त कर लिया।

 

नीचे से कटा हुआ था प्रश्नपत्र का एक लिफाफा

जांच में यह बात सामने आई है कि जिस लिफाफे से बुकलेट लीक होकर पटना पहुंचा था, वह नीचे से कट किया गया था और बाद में उसे ग्लू स्टिक से चिपकाया गया था। बिहार से आई जांच टीम ने भी इसकी पुष्टि की थी।

जांच में ट्रंक और बुकलेट के प्लास्टिक रैपर में छेड़छाड़ की बात सामने आने पर दो ट्रंक का पहले ही बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध अनुसंधान इकाई (ईओयू) जब्त कर पटना ले गई थी।

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