झारखंड,रांची: ग्रामीण विकास मंत्री की होगी गिरफ्तारी! ED की छापेमारी और करोड़ों कैश बरामद होने पर आलमगीर आलम ने दी सफाई
संदीप सिन्हा
झारखंड,रांची: ग्रामीण विकास मंत्री की होगी गिरफ्तारी! ED की छापेमारी और करोड़ों कैश बरामद होने पर आलमगीर आलम ने दी सफाई
झारखंड में ईडी की छापेमारी के बीच मंत्री आलमगीर आलम ने भी सफाई दी। आलमगीर आलम का कहना कि संजीव लाल पहले भी दो मंत्रियों के पीएस रह चुके हैं। वहीं करोड़ों रुपये कैश बरामदगी के बाद अब आलमगीर आलम की गिरफ्तारी की भी चर्चा तेज हो गई है।
रांचीः झारखंड में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई के बाद राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सूत्रों के अनुसार आलमगीर आलम काफी दिनों से ईडी के राडार पर है। अब उनके पीए संजीव लाल और अन्य करीबियों के ठिकाने पर छापेमारी के बाद करोड़ों रुपये कैश बरामद होने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा है। वहीं मंत्री आलमगीर आलम और उनके पुत्र तनवीर आलम की गिरफ्तारी की चर्चा भी तेज हो गई। सूत्रों के मुताबिक आलमगीर आलम के अलावा उनके पुत्र तनवीर आलम की भी गिरफ्तारी संभव है। ईडी के अधिकारी आलमगीर आलम की गिरफ्तारी के पहले आवश्यक पुख्ता साक्ष्य एकत्रित करने की कोशिश में लगे हैं। वहीं मंत्री आलमगीर आलम ने इस छापेमारी की कार्रवाई के बाद अपनी सफाई दी है।
ईडी की छापेमारी के बाद ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम मीडिया के सामने आए। आलमगीर आलम ने कि ईडी की रेड से उनका कोई कनेक्शन नहीं है। आलमगीर आलम ने संजीव लाल और उनके अन्य करीबियों के ठिकाने पर हो रही छापेमारी भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि संजीव लाल सरकारी मुलाजिम हैं और पहले भी दो-दो मंत्रियों के पीएस रह चुके हैं। जब वे मंत्री बने, तो अनुभव को देखते हुए उन्हें अपना पीएस रखने का निर्णय लिया।
संजीव लाल झारखंड प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारी है। पिछले चार साल से वह मंत्री आलमगीर आलम पीएस हैं। इससे पहले वो बीजेपी सरकार में मंत्री रहे सीपी सिंह का पीएस रह चुके हैं। मिली जानकारी के अनुसार इससे पहले संजीव लाल रांची के शहर अंचल के सीओ (अंचल अधिकारी) भी थे।
छानबीन में यह बात भी सामने आई है कि सरकार चाहे किसी भी पार्टी की रहे, संजीव लाल हर सरकार में कई मंत्रियों के साथ काम कर चुके हैं। रिपोर्ट के अनुसार संजीव लाल ने रांची के अलग-अलग इलाकों में अपने परिचितों और करीबियों के नाम पर कई प्रॉपर्टी भी खरीदी है। साथ ही उन्होंने झारखंड के बाहर भी करोड़ों का निवेश किया है।
12 बॉक्स में नोटों के बंडल को रखकर बैंक में जमा कराया
संजीव लाल के करीबी मुन्ना सिंह के घर से भी करोड़ों बरामद
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संजीव लाल के करीबी रहे मुन्ना सिंह के घर से भी करीब 5 करोड़ रुपये बरामद हुए हैं। ईडी को जानकारी मिली है कि मुन्ना सिंह और संजीव लाल के परिवार का साझा कारोबार में भी हिस्सा था।