झारखंड में गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। डाल्टनगंज के बाद गढ़वा का भी तापमान 48 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।

संदीप  सिन्हा

झारखंड में गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। डाल्टनगंज के बाद गढ़वा का भी तापमान 48 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं, पलामू में 47.8, जबकि गिरिडीह और सरायकेला में पारा 45.9 डिग्री पर पहुंच गया है। वहीं, लू की चपेट में आने से 4 लोगों की मौत भी हो गई।

राज्य के 19 जिलों में पारा 40 के पार है। मौसम विभाग के मुताबिक, 2 जून तक प्रदेश में अभी गर्मी से राहत मिलने वाली नहीं है। माना जा रहा है कि आज और कल के तापमान में और वृद्धि हो सकती है। इसे लेकर मौसम विभाग ने राज्य के सभी जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

भारतीय मौसम विभाग (IMD) से मिली जानकारी के मुताबिक, अगले दो दिन गंभीर से गंभीर हीटवेव की चेतावनी दी गई है साथ ही सुबह 11 से 4 बजे तक जरूरी काम होने पर घर से निकलने की अपील की गई है।

 इन जिलों में सबसे ज्यादा खतरा

मौसम विभाग के मुताबिक, झारखंड के तीन जिलों में हीटवेव का सबसे ज्यादा खतरा है। इनमें गढ़वा, पलामू और चतरा शामिल है। इसके अलावा राज्य के पश्चिमी, दक्षिणी और निकटवर्ती मध्य भाग में भी हीटवेव का सबसे ज्यादा खतरा बना हुआ है।

हालांकि, जिन इलाकों मे अलर्ट जारी नहीं किया गया है, उनमें देवघर, दुमका, जामताड़ा, पाकुड़ और साहिबगंज शामिल है। 31 मई को राज्य के उत्तर पश्चिमी इलाकों में हीटवेव का ज्यादा असर होगा। उत्तर पूर्वी और दक्षिणी भागों में आसमान में बादल नजर आ सकते हैं। तेज हवाओं का असर भी यहां दिख सकता है।


 2 जून तक राहत नहीं, देवघर में हुई बारिश

मौसम विभाग ने दो जून तक गर्मी से किसी तरह के राहत की संभावना जाहिर नहीं की है। राज्य में 2 जून तक अलर्ट रहेगा। एक तरफ राज्य में गर्मी परेशान कर रही है। राज्य में सबसे अधिक तापमान डाल्टेनगंज में और सबसे कम तापमान चाईबासा में 28.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।

पिछले 24 घंटे में कई हिस्सों में बारिश भी हुई है। राज्य में सबसे अधिक बारिश देवघर में हुई है। यहां 1.0 एमएम बारिश दर्ज की गई है।

 

चार लोगों की मौत

लू की चपेट में आने से अब तक चार लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान नवाडीह स्टेशन में काम करने वाले ट्रैक मैन मुकेश मीणा, घाटशिला के भरमपुर की रहने वाले श्रीमत हांसदा, जमशेदपुर के आदित्यपुर में 50 साल की एक महिला और चतरा में बेचन भारती के रूप में हुई है।