15 हजार वेतन और घर में करोड़ों कैश देख ED के अधिकारी रह गए हैरान

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भ्रष्ट्राचार के पूजा से आलमगीर के आलम तक

15 हजार वेतन और घर में करोड़ों कैश देख ED के अधिकारी रह गए हैरान, BJP ने साधा निशाना तो कांग्रेस ने कनेक्शन किया उजागर

लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर जब पूरे देश में सियासी हलचल तेज है, इसी दौरान सोमवार को झाखंड में ईडी की ओर से बड़ी कार्रवाई की गई। ईडी की टीम ने झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम के पीए संजीव लाल के सहयोगी के घर से करोड़ों कैश बरामद किया। जिस सहयोगी के घर से करोड़ों कैश मिले, उसकी सैलरी महीने में सिर्फ 15 हजार रुपये बताई जा रही है। लेकिन घर में करोड़ों कैश देखकर ईडी के अधिकारी भी हैरान रह गए।

रांचीः झारखंड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम के पीए संजीव कुमार लाल और उनके घरेलू नौकर के यहां सोमवार सुबह ईडी की छापेमारी में करोड़ों रुपये़ कैश बरामद किया गया। ईडी की इस कार्रवाई ने सियासत और ब्यूरोक्रेसी गलियारों में फिर एक बार हलचल मचा दी। भाजपा ने इसे ‘इंडिया’ गठबंधन के भ्रष्टाचार का मुद्दा बना दिया है। वहीं कांग्रेस की ओर से संजीव कुमार लाल के कनेक्शन को लेकर कई जानकारी दी गई। जबकि सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि संजीव कुमार लाल के जिस सहायक जहांगीर आलम के घर से करोड़ों रुपये कैश जब्त किया गया, उसकी मासिक आमदनी करीब 15 हजार रुपये ही है। लेकिन जहांगीर के घर से 30 करोड़ रुपये बरामद होने से पूरे प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है।

इन ठिकानों से मिले इतने करोड़

इसमें सर्वाधिक 31.20 करोड़ रुपये मंत्री के निजी सचिव संजीव कुमार लाल के नौकर जहांगीर आलम के हरमू रोड स्थित फ्लैट से मिले हैं। इसके अलावा ठेकेदार मुन्ना सिंह के यहां से 2 करोड़ 93 लाख और एक अन्य ठिकाने से 10 लाख रुपये बरामद हुए।

बरामद नोटों को गिनने के लिए कई मशीनें लाई गईं, जबकि उन्हें ले जाने के लिए 10 बड़े बक्से व बैग लाए गए थे। देर रात तक बरामद रुपयों की गिनती जारी थी। इस छापेमारी में भारी मात्रा में डिजिटल उपकरण व दस्तावेज भी जब्त किए गए हैं।

बार-बार बेहोश होते रहे निजी सचिव संजीव कुमार लाल

मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव कुमार लाल रुपयों की बरामदगी के बाद बार-बार बेहोश होते रहे। उनके सरकारी आवास पर ही उनका नौकर जहांगीर आलम रहता था। सर सैयद रेसिडेंसी का फ्लैट जहांगीर आलम के नाम पर ही तीन महीने पहले लिया गया था, लेकिन वह फ्लैट में नहीं रहता था।

ईडी ने जब संजीव कुमार लाल के सरकारी आवास पर छापेमारी की तो जहांगीर वहीं मिला। छानबीन में उसने अपने फ्लैट की जानकारी दी, जहां की चाबी के साथ ईडी उसे लेकर फ्लैट पर पहुंची। जब ईडी ने फ्लैट खोला तो वहां नोटों का ढेर देखकर भौचक्क रह गई।

 

झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने संजीव लाल के पुराने कनेक्शन को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि संजीव लाल पूर्ववर्ती रघुवर दास सरकार में शामिल नगर विकास मंत्री सीपी सिंह के भी पीए रह चुके हैं। संजीव लाल विमला प्रधान के भी पीए रह चुके हैं। इसके अलावा भी बीजेपी के अन्य नेताओं से उनका संबंध रहा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ईडी की ओर से वीरेंद्र राम से जुड़े मामले में कार्रवाई की बात कही जा रही है। छह महीने से इस मामले में ईडी की ओर से कार्रवाई नहीं की गई, अभी लोकसभा चुनाव दौरान टारगेट करने के लिए संजीव लाल का कनेक्शन कांग्रेस से बताने की कोशिश की जा रही है। जबकि हकीकत यह है कि संजीव कुमार लाल का कनेक्शन पहले से ही बीजेपी नेताओं से भी रहा है।

नोटों के ढेर का वीडियो वायरल

छापेमारी में बरामद नोटों के ढेर का वीडियो कुछ ही मिनटों में सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ है। झारखंड के भाजपा अध्यक्ष और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने एक्स अकाउंट पर वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा- ‘दो दिन पहले प्रधानमंत्री झामुमो-कांग्रेस के जिस -‘लूट मॉडल’ की बात कर रहे थे, उसे इन रुपयों ने सत्यापित कर दिया है। गरीबों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों के हक मारकर लूटे हुए इन्हीं पैसों से कांग्रेस अपने शहजादे को प्रधानमंत्री बनाने का सपना देख रही है। ईडी, सीबीआई के दुरुपयोग की दुहाई देने वाली झामुमो-कांग्रेस जनता के सामने अब कौन सा नया बहाना बनाएगी? धीरज साहू से लेकर आलमगीर आलम और पंकज मिश्रा से लेकर पूजा सिंहल तक के ठिकानों से जिस प्रकार अथाह काले धन बरामद हुए हैं, उससे पिछले 5 सालों के दौरान राज्य सरकार की ओर की गई संगठित लूट जगजाहिर हो चुकी है।’

जेएमएम कांग्रेस ने झारखंड को ‘लूटखंड’ बनाया- बाउरी

 

झारखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अमर कुमार बाउरी ने कहा है कि कैश बरामदगी की ताजा घटना ने साबित कर दिया है कि राज्य के इतिहास में झामुमो-कांग्रेस-राजद की यह सरकार सबसे भ्रष्ट है। इन्होंने ‘झारखंड’ को ‘लूटखंड’ बना दिया है।

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