मंत्री आलमगीर की मुश्किलें बरकरार! ED ने साढ़े 9 घंटे तक की पूछताछ, कल फिर बुलाया दफ्तर

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संदीप सिन्हा

 

मंत्री आलमगीर की मुश्किलें बरकरार! ED ने साढ़े 9 घंटे तक की पूछताछ, कल फिर बुलाया दफ्तर

 

घोटाले के बाद अब टेंडर कमीशन घोटाले में ईडी की लगातार कार्रवाई चल रही है। मामले में ईडी ने कांग्रेस नेता और मंत्री आलमगीर आलम से मंगलवार को साढ़े नौ घंटे तक पूछताछ की। पूछताछ पूरी होने की वजह से बुधवार को भी दफ्तर बुलाया गया है। जांच एजेंसी को मिले तथ्य और सबूत से आलमगीर की भूमिका पर शक है।

रांची। टेंडर कमीशन घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच कर रही ईडी के समन पर ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री आलमगीर आलम मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे ईडी के रांची स्थित जोनल कार्यालय में पहुंचे थे। मंगलवार को उनसे साढ़े नौ घंटे तक ईडी ने पूछताछ की है।

 

वहीं, पूछताछ के बाद मंत्री आलमगीर आलम ईडी कार्यालय से निकले, उन्हें बुधवार को फिर बुलाया गया है। पूछताछ पूरी नहीं होने के चलते दोबारा बुलाया गया है।

पूछताछ से पहले ईडी कार्यालय के बाहर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि वे कानून को मानने वाले हैं, इसलिए ईडी के बुलावे पर पहुंचे हैं। उनसे जो भी सवाल पूछा जाएगा, उसका पूरी ईमानदारी से वे जवाब देंगे।

उनका कहना है कि वे गलत नहीं हैं, इसलिए उन्हें कोई भय नहीं है। देर रात तक मंत्री आलमगीर आलम से ईडी के अधिकारी पूछताछ करते रहे। ईडी ने उनसे उनकी व उनके पारिवारिक सदस्यों की चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा भी लिया।

ईडी कार्यालय में टेंडर कमीशन घोटाले में पूर्व से गिरफ्तार मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव कुमार लाल व संजीव कुमार लाल के नौकर जहांगीर आलम भी रिमांड पर हैं। रिमांड पर सातवें दिन भी उनसे पूछताछ हुई है। दोनों से संबंधित ठिकानों से पिछले दिनों ईडी ने 38 करोड़ रुपये की बरामदगी की थी। इनमें दोनों के अलावा दो इंजीनियर व दो ठेकेदारों के ठिकाने शामिल थे।

संजीव लाल की पत्नी रीता लाल से भी ED ने की पूछताछ

मंगलवार को संजीव लाल की पत्नी रीता लाल को भी ईडी कार्यालय में बुलाया गया था, जिनसे ईडी ने पूछताछ की है। मंत्री आलमगीर आलम व उनके निजी सचिव संजीव लाल को आमने-सामने बैठाकर भी ईडी ने पूछताछ की है। इस पूछताछ में ईडी को कई महत्वपूर्ण तथ्य मिले हैं, जिसका सत्यापन चल रहा है।

ग्रामीण कार्य विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम की गिरफ्तारी के बाद से ही मंत्री आलमगीर आलम से पूछताछ की तैयारी चल रही थी। वीरेंद्र राम गत वर्ष 23 फरवरी 2023 को गिरफ्तार किए गए थे। ईडी ने उनके विरुद्ध छानबीन में वीरेंद्र राम के पास सवा सौ करोड़ की अवैध संपत्ति का पता लगाया था। उनकी करोड़ों की संपत्ति की जब्ती हो चुकी है।

 

अधिकारियों से लेकर नेताओं तक में बंदर बाट होता था कमीशन का पैसा

ईडी ने जांच में यह भी खुलासा कर लिया है कि ग्रामीण विकास विभाग में टेंडर कमीशन का पैसा अधिकारियों से लेकर नेताओं तक में बंटता था। ये नेता व अधिकारी कौन हैं, इसका भी खुलासा ईडी के सामने हो चुका है। यह खुलासा पूर्व में गिरफ्तार आरोपित से लेकर गवाहों तक ने किया है। अब ईडी एक-एक कर सभी अधिकारियों व नेताओं का बयान लेगी। इसी कड़ी में मंत्री आलमगीर आलम से पूछताछ चल रही है।

मिले सबूतों के आधार पर मंत्री की भूमिका संदेह के घेरे में

ग्रामीण कार्य विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र राम की गिरफ्तारी, जांच व छापेमारी में मिले दस्तावेज, मंत्री आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल व संजीव लाल के नौकर जहांगीर आलम के ठिकाने से मिले दस्तावेज, डिजिटल दस्तावेज आदि की छानबीन में टेंडर कमीशन घोटाले के बड़े नेटवर्क का खुलासा हो चुका है।

मिले तथ्य व सबूतों के आधार पर मंत्री आलमगीर आलम की भूमिका संदेह के घेरे में है, जिसका ईडी सत्यापन कर रही है। आशंका है कि मंत्री की मुश्किल घटेगी नहीं

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