सरकारी स्कूलों में तीसरी से छठी तक पढ़ाई में कमजोर बच्चों की संख्या में हुई बढ़ोतरी
सरकारी स्कूलों में तीसरी से छठी तक पढ़ाई में कमजोर बच्चों की संख्या में हुई बढ़ोतरी
तीसरी से छठी कक्षा तक पढ़ाई में कमजोर बच्चों की संख्या बढ़ रही है दक्ष मिशन के तहत चिन्हित बच्चों की स्थिति से यह तस्वीर सामने आई है
जिले में 188586 बच्चे ऐसे हैं जिनका ग्रेड ए भी नहीं आ पाता इनको दक्ष बनाने के लिए स्कूलों में अलग से 1 घंटे की विशेष कक्ष चलाने का निर्देश है इनमें भी 63% बच्चे ही आगे बढ़ने पर जोर दे रहे हैं शाम की विशेष कक्ष में चिन्हित कमजोर बच्चों में 119287 ही आ रहे हैं 37 फ़ीसदी विशेष कक्ष में भी नहीं पहुंच रहे हैं घर में माता-पिता पढ़ा नहीं पाते और बच्चे स्कूल लगातार आते नहीं पिछली कक्षा की पढ़ाई ठीक से पूरी किए बिना अगली कक्षा में जाने से समझ की कमी के कारण बच्चे और पीछे जा रहे हैं
कक्षा बढ़ाने के साथ ही कमजोर बच्चों की संख्या भी बढ़ती जा रही है तीसरी कक्षा तक 29000 बच्चे कमजोर हैं तो चौथी में यह संख्या 32000 पहुंच गई पांचवी में यह संख्या 32.5 और छठी में 33.4000 बेहद कमजोर श्रेणी में आ गए छठी के बाद सातवीं आठवीं में यहां आंकड़ा थोड़ा काम है पर तीसरी चौथी कक्षा से ज्यादा है सातवीं में 31.803 तो आठवीं में 30.248 बच्चे बेहद कमजोर श्रेणी में आते हैं