रांची में मासूम से ‘निर्भया’ जैसी दिल दहलाने वाली दरिंदगी, चलती कार में होती रही हैवानियत
संदीप सिन्हा
रांची में मासूम से ‘निर्भया’ जैसी दिल दहलाने वाली दरिंदगी, चलती कार में होती रही हैवानियत ; सोती रही पुलिस
झारखंड की राजधानी में कुछ दरिंदों ने दिल्ली के निर्भया कांड जैसी दिल दहला देने वाली वारदात को अंजाम दिया है। रांची में कार सवार चार दरिंदों ने मंगलवार देर रात 12 साल की एक मासूम के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है। मासूम को रिम्स में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत अभी गंभीर बनी हुई है।
झारखंड की राजधानी रांची के ओरमांझी थाना क्षेत्र में कार सवार चार मनचलों ने मंगलवार देर रात एक नाबालिग के साथ सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया है। 12 वर्षीया नाबालिग को रिम्स में भर्ती कराया गया है।
पुलिस का कहना है कि देर रात पंचायत सचिवालय के पास नाबालिग सड़क के किनारे सो रही थी। उसी दौरान आरोपी वहां पहुंचे और बच्ची को उठाकर कार में लेकर वहां से निकल गए।
काफी देर तक कार में इधर-उधर घूमने के बाद आरोपियों ने ओरमांझी इलाके में स्थित आनंदी बगीचा के पास सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। दुष्कर्म करने के बाद आरोपियों ने कुछ दूरी पर बच्ची को सड़क के किनारे फेंक दिया।
पुलिस ने इस मामले में सीसीटीवी फुटेज खंगाला तो आरोपियों का चेहरा पुलिस को मिल गया है। फुटेज की मदद से आरोपियों को पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। पुलिस कार का डिटेल निकाल रही है, ताकि आरोपियों तक पुलिस पहुंच पाए।
नाबालिग को ऐसे किया किडनैप
ओरमांझी इलाके में स्थित पंचायत सचिवालय के पास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाला गया तो पता चला कि पहली बार आरोपी कार से गुजर रहे थे, तो नाबालिग को देखने के बाद आगे बढ़ गए थे। कुछ देर के बाद सभी आरोपी वापस वहां पहुंचे और नाबालिग को उठाकर ले गए।
एसएसपी ने गठित की एसआइटी
इस कांड का खुलासा करने के लिए एसएसपी ने एसआईटी का गठन किया गया है। पुलिस कई इलाकों में छापेमारी कर रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द से जल्द आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
रिंग रोड और कई थाना क्षेत्रों में घूमते रहे आरोपी, नहीं लगी भनक
सामूहिक दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी रिंग रोड़ और कई थाना क्षेत्र में कार से घूमते रहें लेकिन पुलिस को भनक तक नहीं लगी।
रिंग रोड और हर थाना क्षेत्र में रात भर गश्ती वाहन में पुलिसकर्मी मौजूद रहते हैं। इसके बाद भी पुलिस को आरोपियों के बारे में कुछ पता नहीं चल पाया।
ओरमांझी थाना की पुलिस पूरे मामले को दबाने का प्रयास कर रही है। इस वजह से थानेदार के द्वारा वरीय अधिकारियों को भी इस घटना की सूचना देर से दी गई।