पूजा सिंघल रिटर्न, फिर दिखेंगी एक्शन में,सस्पेंशन हटा
पूजा सिंघल रिटर्न, फिर दिखेंगी एक्शन में ढाई साल से ज्यादा जेल में रहीं; अब हटा सस्पेंशन
झारखंड की चर्चित आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल को निलंबन से मुक्त कर दिया गया है। मनरेगा घोटाले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार होने के बाद से वह निलंबित थीं। अब उन्हें कार्मिक विभाग में योगदान देने का निर्देश दिया गया है। पूजा सिंघल मूल रूप से देहरादून की रहने वाली हैं और उन्होंने 1999 में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी।
ज्ञात हो कि मनरेगा घोटाला में मनी लांड्रिंग के आरोप पर उन्हें 11 मई 2022 को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसी तारीख से वह निलंबित हो गई थीं। पिछले महीने, पूजा जेल से बाहर आईं हैं।
निलंबन से पहले वह उद्योग सचिव, खान एवं भूतत्व विभाग की सचिव और झारखंड राज्य खनिज विकास निगम लिमिटेड की प्रबंध निदेशक थीं।
मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने की थी अनुशंसा
मंगलवार 21 जनवरी को उनका निलंबन खत्म कर दिया गया है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने उन्हें निलंबन से मुक्त करने की अनुशंसा की थी।
इसी आधार पर उन्हें अब कार्मिक विभाग में योगदान देने का निर्देश दिया गया है।
: स्कूल से लेकर कॉलेज तक वह टॉपर रहीं। उन्होंने गढ़वाल विवि से स्नातक की डिग्री लेने के बाद 1999 में पहले ही प्रयास में यूपीएससी की परीक्षा में सफलता हासिल की और महज 21 वर्षों की उम्र आइएएस बनकर उन्होंने पूरे देश में अपना नाम रौशन किया था,और इसी क्रम में भ्रष्टाचार में वह टॉपर रही
झारखंड की तेज-तर्रार आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल को कोर्ट के बाद अब झारखंड सरकार से भी बड़ी राहत मिली है. पीएमएलए कोर्ट से जमानत मिलने के बाद झारखंड सरकार ने भी उन्हें निलंबन से मुक्त कर दिया है. भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अफसर पूजा सिंघल को निलंबन मुक्त किए जाने की अधिसूचना कार्मिक प्रशासनिक सुधार विभाग ने जारी कर दी है. उन्हें 7 दिसंबर 2024 के प्रभाव से निलंबन मुक्त किया गया है. 7 दिसंबर 2024 को ही पीएमएलए कोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा किया था.
निलंबन समीक्षा समिति की अनुशंसा पर पूजा का निलंबन खत्म
निलंबन समीक्षा समिति ने उनके निलंबन पर विचार किया और पूजा सिंघल को निलंबन मुक्त करने की अनुशंसा की. इसके आलोक में पूजा सिंघल को निलंबन मुक्त कर दिया गया है. उनके निलंबन अवधि के विनियमन के संबंध में अलग से निर्णय लिया जायेगा. फिलहाल पूजा सिंघल कार्मिक प्रशासनिक सुधार विभाग में योगदान देंगी.
2 साल 8 महीने बाद मिली पूजा सिंघल राहत
पूजा सिंघल को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पीएमएलए 2002 की धारा-19 के तहत गिरफ्तार किया था. इसके बाद उन्हें 12 मई 2022 को निलंबित कर दिया गया था. इस तरह पूजा सिंघल करीब 2 साल 8 महीने तक निलंबित रहीं. वह भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2000 बैच की अधिकारी हैं. फिलहाल झारखंड में सचिव रैंक की अफसर हैं. पूजा सिंघल को आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार किया गया था. उनके पति अभिषेक झा के सीए सुमन कुमार के ठिकाने से करीब 20 करोड़ रुपए से अधिक नकद बरामद हुए थे.