मधुकम प्लांट सुपरवाइजर की बेरहमी से हत्या,पुलिस ने किया उद्भेदन
एक परदेशी प्लांट सुपरवाइजर की बेरहमी से हत्या,एक इंसान जो अपना घर परिवार से दूर अपना काम को ईमानदारी से कर रहा था,बेरहमी से हत्या
पूरी तरह से दिशा रहित हत्या के इस घटना का उद्भेदन रांची पुलिस ने कर दिया, रांची के तमाड़ थाना क्षेत्र में दिसंबर 2024 में अज्ञात अपराधियों ने प्लांट सुपरवाइजर तुम्मला गंगाधर राव की लूटपाट के इरादे से बेरहमी से हत्या कर दी शव को बाइक के साथ कुएं में फेंका पुलिस ने टेक्निकल सेल की मदद से तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया।
दरअसल ये पूरा दर्दनाक मामला रांची के तमाड़ थाना क्षेत्र का है बीते वर्ष दिसंबर महीने में अज्ञात अपराधियों ने मधुकम प्लांट के सुपरवाइजर तुम्माला गंगाधर राव की हत्या कर दी , हत्या के बाद शव को मृतक के बाइक के साथ बांध कर कुएं में डाल दिया गया था। पुलिस ने छानबीन कर शव बरामद कर लिया मगर ये हत्या पूरी तरह से दिशाहीन थी इस हत्या की गुत्थी को सुलझाने में पुलिस जुट गई।
टेक्निकल सेल से मिला सुराग
इस मामले में तमाड़ थाना में 7 दिसंबर 2024 को मधुकम प्लांट के मैनेजर ने थाने में सूचना दी गई कि उनका सुपरवाइजर तुम्मला गंगाधर राव विगत कुछ दिनों से लापता है। इसके बाद जिले के एसपी चंदन कुमार सिन्हा के निर्देश पर ग्रामीण एसपी सुमित अग्रवाल ने बुंडू अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया और जांच शुरू की गई। पुलिस के पास सिर्फ एक उपाय थी टेक्निकल सेल, टेक्निकल सेल की मदद से इस कांड में शामिल तीनों लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस गिरफ्त में आए विवेक सिंह मुंडा, विजय लोहार और सचिन मुंडा से पुलिस ने जब कड़ाई से पूछताछ की तो पूरी वारदात की कहानी सामने आई।
हत्या कर बाइक समेत कुएं में फेका
पुलिस गिरफ्त में आए अपराधियों ने बताया कि 7 दिसंबर की शाम सुपरवाइजर गंगाराव प्लांट से निकलकर अपने आवास जा रहे थे,अपराधी घात लगाकर इंतजार में थे,अपराधियों ने उनपर पहले डंडे से सर पर ताबड़तोड़ प्रहार किया जब वे अचेत हो गए तब अपराधियों ने गले में रस्सा डालकर मोटरसाइकिल से घसीटते हुए सुनसान जगह पर ले गया उन सभी ने सुपरवाइजर से लूटपाट की घटना को अंजाम दिया। इसी दौरान लाठी डंडे से सुपरवाइजर गंगाधर राव की बेरहमी से हत्या कर दी और शव को छुपाने के मकसद से उसकी बाइक के साथ बांधकर कुएं में डाल दिया गया , हालांकि दूसरे दिन पुलिस ने शव बरामद कर लिया था। इसके बाद लगातार पुलिस की टेक्निकल सेल जांच पड़ताल कर रही थी।
मृतक के भाई से मांगा पैसा
अपराधियों ने मृतक का मोबाइल फोन समेत एटीएम और अन्य सामान भी लूट लिए गए थे। दरअसल अपराधियों को शक था कि इनके पास बहुत पैसा है हत्या के कुछ दिन बाद मृतक सुपरवाइजर के लूटे गए मोबाइल से आंध्र प्रदेश में रहने वाले मृतक के भाई से 20 लाख रुपए की मांग की गई। यह पैसे मृतक का पता बताने के लिए मांगा गया था। साथ ही लूट के एटीएम से कुछ पैसे देकर ट्रांजेक्शन भी किए गए, अपराधियों ने यही भूल कर दी टेक्निकल सेल को हत्यारों का सुराग मिल गया टेक्निकल सेल से मिले इस सुराग के बाद हत्या में शामिल अपराधी विवेक सिंह मुंडा, विजय लोहार और सचिन मुंडा को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
इस तरह से रांची पुलिस ने एक दिशाहीन हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया