अयान, शहजाद, शबनम, फैयाज… नाम अनेक पर चेहरा एक “आतंकवाद”, स्लीपर सेल के कुख्यात,

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 अयान, शहजाद, शबनम, फैयाज… नाम अनेक पर चेहरा एक “आतंकवाद”, स्लीपर सेल के कुख्यात, ATS ने शुरू किया थर्ड डिग्री इलाज , उगलेंगे पहलगाम हमले के खुफिया राज

 जम्मू कश्मीर के पहलगाम आतंकी हमले में 28 पर्यटकों की हत्या के बाद देशभर में सर्च ऑपरेशन चल रहे हैं। इसी कड़ी में झारखंड में आतंकियों के स्लीपर सेल नेटवर्क का खुलासा हुआ है। हिज्ब उत तहरीर संगठन से जुड़े कुछ लोगों को अरेस्ट किया गया है, जिससे ATS पूछताछ में लगी है। ये समाज के लोगों के मन में जहर घोलने का काम करते रहे हैं।

 रांची: जम्मू कश्मीर के पहलगाम हमले के बाद देशभर में देशविरोधी ताकतों की तलाश जारी है। इसी बीच झारखंड में स्लीपर सेल के खुलासा होने की बात कही जा रही है। झारखंड पुलिस की एंटी टेररिस्ट स्क्वाड हिज्ब उत तहरीर के आतंकियों के खिलाफ लगातार कार्रवाई हो रही है। शनिवार को धनबाद में हुई छापेमारी में पति-पत्नी समेत चार आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। एक और संदिग्ध को हिरासत में लेकर एटीएस पूछताछ कर रही है। सूत्र बताते हैं कि संदिग्ध से पाकिस्तान और सीमापार से आने वाले आतंकियों और पहलगाम आतंकी हमले को लेकर भी कुछ सवाल किए जा रहे हैं।

धर्म के नाम पर भड़कना स्लीपर सेल का अहम काम

झारखंड पुलिस के DGP अनुराग गुप्ता मानते हैं कि हिज्ब उत तहरीर के आतंकी स्लीपर सेल की तरह काम कर रहे हैं। उनका मानना है कि ये लोग देश की अहम जानकारी और ग्राउंड रिपोर्ट अपने आकाओं तक पहुंचाते हैं। ये आतंकी गोली, बंदूक और हथियार से भी ज्यादा खतरनाक हैं। यह लोगों के दिमाग में जहर घोलते हैं।

ATS आतंकी नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त करने को दृढ़ संकल्पित

DGP ने कहा कि अगर ये आतंकी सोशल मीडिया पर आ जाएंगे तो हजारों लोगों को गुमराह कर सकते हैं। ऐसे लोगों को हर हाल में जेल में होना चाहिए। एटीएस ने बेहतर काम किया है। एटीएस इन आतंकियों के सारे नेटवर्क को तोड़ने में लगी है। ये आतंकी संगठन एक स्लीपर सेल की तरह काम कर रहा है।
डीजीपी ने कहा कि यह देशद्रोही है। जिस थाली में खाते हैं। उसी में छेद करते हैं। जिस समाज में रहते हैं। उन्हें नुकसान पहुंचाते हैं। इनके के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी

आतंकियों पर भी सख्ती से बाज नहीं आएगी पुलिस

आतंकी संगठन से जुड़े लोगों को झारखंड पुलिस ने कड़ी चेतावनी दी है। आतंकी चाहे 18 साल के ही क्यों न हो। उनके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। 18 वर्ष के युवा अगर टेररिस्ट बनते हैं। हथियार उठाते हैं, गलत रास्ते पर जाते हैं तो उन्हें परिणाम भुगतना होगा। उम्र से कोई मतलब नहीं रखा जाएगा।

गिरफ्तार स्लीपर सेल उगलेंगे कई अहम राज

धनबाद से एटीएस की गिरफ्त में आए आतंकी अयान जावेद, मोहम्मद शहजाद आलम, शबनम परवीन और फैयाज हुसैन को एटीएस रिमांड पर लेगी। इसके लिए एटीएस की ओर से कोर्ट में आवेदन दे दिया गया है। एटीएस रिमांड पर लेकर इनसे गहन पूछताछ करेगी। जिसमें कई अहम खुलासे भी हो सकते हैं।

एटीएस को छापेमारी से पहले जानकारी मिली थी कि हिज्ब उत तहरीर आतंकी संगठन झारखंड के अलग-अलग इलाकों के युवाओं को इस संगठन में सोशल मीडिया के माध्यम से जोड़कर गुमराह करने का काम करते रहे हैं। धार्मिक कट्टरता को बढ़ावा देकर राष्ट्र विरोधी गतिविधियां चलाते रहे हैं।

इसके साथ ही इससे संबंधित आतंकी अवैध हथियार का कारोबार और राष्ट्रीय विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं। साथ ही और कई संदिग्ध इस संगठन से जुड़े हुए हैं, जिसे एटीएस ट्रैक करने में लगी है।

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